*बाद मन प्रसन्न होगा*
*ये आपका भ्रम है*..!
*मन प्रसन्न रखो*
*सब दुःख दूर हो जायेंगे*
*ये हकीकत है...*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*जिन्हें आप खुश देखना*
*चाहते हैं ?*
*उन्हें यही पर सुख देना...*
*क्योकि..*
*ताजमहल दुनिया ने देखा है*
*मुमताज ने नही..!*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*कभी भी अपनी ईमानदारी और दुसरे के दोष
को किसी अनुचित तरीके से समझाने की
कोशिश न करें...*
*क्यूंकि सत्य को प्रकट करने का समय का
अपना तरीका होता है*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*✒खोई चीज अक्सर वहीं मिल जाती है,*
*जहां वो खोई है,*
*पर विश्वास वहीं नहीं मिलता,*
*जहाँ पर खोया गया था |*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*कोई सराहना करे या*
*निंदा*
*लाभ तुम्हारा ही है*
*कारण ...*
*प्रशंसा प्रेरणा देती है*
*और निंदा*
*सुधरने का अवसर ... !!!*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*सिर्फ परंपरा ही नही*
*बल्कि*
*आपकी फिक्र का*
*एहसास भी है...*
*रिश्ते जिन्दा रहें*
*और*
*यादें भी बनी रहे...*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*जीवन में अपनापन और मिठास*
सुबह की “चाय” और बड़े बजुर्गो की राय समय समय पर लेते रहना चाहिए
पानी के बिना , नदी बेकार है
परिवार के बिना आँगन बेकार है
प्रेम न हो तो , सगे-सम्बंधी बेकार है
पैसा न हो तो , बाजार बेकार है
और जीवन में मिठास न हो तो जीवन बेकार है
इसलिए जीवन में अपनापन और मिठास बेहद जरूरी है
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
**हमारी सोच, हमारे बोल, तथा हमारे कर्म ही* *हमारा भाग्य लिखते हैं |*
*जो इंसान “खुद” के लिये जीता है,*
*उसका एक दिन “मरण” होता है।*
*पर जो इंसान ”दूसरों” के लिये जीता है,*
*उसका हमेशा “स्मरण” होता है*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*आप अकेले बोल तो सकते है;*
*परन्तु...*
*बातचीत नहीं कर सकते ।*
*आप अकेले आनन्दित हो सकते है*
*परन्तु...*
*उत्सव नहीं मना सकते।*
*अकेले आप मुस्करा तो सकते है*
*परन्तु...*
*हर्षोल्लास नहीं मना सकते.*
*हम सब एक दूसरे*
*के बिना कुछ नहीं हैं;*
*यही रिश्तों की खूबसूरती है.*
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*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*
*दो बातें अपने अंदर पैदा कर लो*
*एक तो चुप रहना,*
*और एक माफ करना,*
*क्योंकि चुप रहने से बड़ा*
*कोई जवाब नहीं,*
*और माफ कर देने से बड़ी,*
*कोई सजा नहीं,*
*🌴🌼आपका दिन शुभ हो 🌼🌴*