विश्व हिंदी सम्मेलन (World Hindi Conference) -:
विश्व हिंदी सम्मेलन हिंदी भाषा का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन होता है। इस हिंदी सम्मेलन में पूरे संसार से हिंदी के विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, हिंदी विषय के विशेषज्ञ, हिंदी भाषा के विज्ञानी तथा हिंदी से प्रेम करने वाले इकट्ठे होते हैं।
विश्व हिंदी सम्मेलन का सबसे बड़ा उद्देश्य होता है कि संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) में हिंदी भाषा को स्थान दिलाया जा सके तथा विश्व हिंदी सम्मेलन इसलिए भी आयोजित किया जाता है कि हिंदी भाषा का पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार हो। सबसे पहले इंदिरा गांधी ने विश्व हिंदी सम्मेलन करने की पहल की थी जिसके बाद हिंदी भाषा को लेकर पूरे विश्व भर में अलग-अलग देशों और स्थानों में विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया जाने लगा। पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10-14 जनवरी 1975 नागपुर भारत में हुआ था उसके बाद यह अलग-अलग जगह पर होता आया है, जिसकी सूची हम लोग आगे जारी करेंगे और उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
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विश्व हिंदी सम्मेलन |
पहले विश्व हिंदी सम्मेलन प्रत्येक 4 वर्ष में एक बार आयोजित की जाती थी परंतु अब यह घटाकर कम कर दी गई है और अब प्रत्येक 3 वर्ष में एक बार विश्व हिंदी सम्मेलन होता है। विश्व हिंदी सम्मेलन में भारत सरकार के अंतर्गत होता है जिसका संरक्षक भारत सरकार ही होता है।
पहला/प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन -:
पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 10-14 जनवरी 1975 थी तथा इसका आयोजन नागपुर (भारत) में किया गया था। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन इंदिरा गांधी ने किया था जिसमें 30 देशों ने भाग लिया था और 122 प्रतिनिधि आए थे। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का सुवाक्य था वसुधैव कुटुम्बकम्।
दूसरा विश्व हिंदी सम्मेलन -:
दूसरा विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 20-30 अगस्त , 1976 थी तथा इसका आयोजन पोर्ट लुई (मॉरीशस) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 17 देशों ने भाग लिया था और 181 प्रतिनिधि आए थे।
तीसरा विश्व हिंदी सम्मेलन -:
दूसरा विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 20-30 अक्टूबर , 1983 थी तथा इसका आयोजन नई दिल्ली (भारत) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन के दौरान 30 देशों ने भाग लिया था और 260 प्रतिनिधि आए थे।
चौथा विश्व हिंदी सम्मेलन -:
चौथा विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 02-04 दिसम्बर 1993 थी तथा इसका आयोजन पोर्ट लुई (मॉरीशस) में किया गया था। चौथा विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन श्री म्युक्तेश्चर चुनी ने किया था जिसमें 10 देशों ने भाग लिया था और 204 प्रतिनिधि आए थे।
पांचवा विश्व हिंदी सम्मेलन -:
पांचवा विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 04-08 अप्रैल 1996 थी तथा इसका आयोजन पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 10 देशों ने भाग लिया था और 201 प्रतिनिधि आए थे।
छठा विश्व हिंदी सम्मेलन -:
छठवां विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 05-09 जून 2003 थी तथा इसका आयोजन पारामारिबो (सुरीनाम) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 21 देशों ने भाग लिया था और 700 प्रतिनिधि आए थे।
सातवां विश्व हिंदी सम्मेलन -:
सातवां विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 14-18 सिंतबर 1999 थी तथा इसका आयोजन ब्रिटेन (लंदन) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 16 देशों ने भाग लिया था और 500 प्रतिनिधि आए थे।
आठवां विश्व हिंदी सम्मेलन -:
आठवां विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 13-15 जुलाई 2007 थी तथा इसका आयोजन न्यूयॉर्क (अमेरिका) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 20 देशों ने भाग लिया था और 800 प्रतिनिधि आए थे।
नौवां विश्व हिंदी सम्मेलन -:
नौवां विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 22-24 सितंबर 2012 थी तथा इसका आयोजन जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में किया गया था। इस विश्व हिंदी सम्मेलन में 30 देशों ने भाग लिया था और 200 प्रतिनिधि आए थे।
दसवां विश्व हिंदी सम्मेलन -:
दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 10-12 सितंबर 2015 थी तथा इसका आयोजन भोपाल (भारत) में किया गया था। दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था जिसमें 27 देशों ने भाग लिया था और 2000 प्रतिनिधि आए थे।
ग्यारहवां विश्व हिंदी सम्मेलन -:
ग्यारहवां विश्व हिंदी सम्मेलन की अवधि 18-20 अगस्त , 2018 थी तथा इसका आयोजन पोर्ट लुई (मॉरीशस) में किया गया था। दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन श्रीमती सुषमा स्वराज, माननीय विदेश मंत्री, भारत सरकार एवं श्रीमती लीला देवी दुकन लछुमन, माननीय शिक्षा व मानव संसाधन, तृतीयक शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री, मॉरीशस गणराज्य द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिसमें लगभग 1500 प्रतिनिधि आने की संभावना थी।